इस लेख में मैं आपको बिलासपुर के आस पास के घूमने फिरने लायक जगहों के विषय में बताने जा रहा हूं, जहाँ आप पहले भी गए होंगे। आपसे आग्रह करता हूँ कि उन जगहों के बारे में और लोगों को भी बताएं और सबसे जरूरी बात सभी को ईको टूरिस्म अर्थात पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचाए घूमने के लिए प्रेरित करें।
रतनपुर
बिलासपुर से 25 किमी दूर बिलासपुर अम्बिकापुर मार्ग पर स्थित यह कस्बा पहले एक ऐतिहासिक नगर था। कल्चूरी वंशीय राजाओं ने यहां कई सौ वर्षों तक राज किया है यहाँ माँ महामाया का मंदिर बहुत प्रसिद्ध है। इसके अलावा भैरव बाबा, राम टेकरी, लखनी देवी, गिरिजा बंध आदि बहुत सारे मंदिर यहां हैं। पूरा एक दिन आपको यहा घूमने में लग जाएगा।
खूंटाघाट
रतनपुर से 12 किमी दूर खारंग नदी पर बना ये बांध पहाड़ियों से घिरा हुआ है जिसके कारण साल भर सैलानी यहां आते रहते हैं। यहां एक सरकारी रेस्ट हाउस भी बना हुआ है। इसके अलावा एक बगीचा का भी निर्माण किया गया है ।
चांपी जलाशय
रतनपुर से 15 किमी दूर अमरकंटक मार्ग पर यह जलाशय खुटाघाट का पिछला हिस्सा है। जंगलों के बीच में पहाड़ियों से घिरे होने के कारण यहां का नज़ारा एक दम शानदार है। अंतिम 4 किमी की सड़क कच्ची है बरसात में दिक्कत हो सकती है ।
भैसाझार बैराज
अरपा भैंसाझार परियोजना बिलासपुर से कोई तीस किमी दूर रतनपुर-कोटा सड़क मार्ग पर है। पानी में आधे डूबे हुये पेड़ आपका मन मोह लेंगे।
चैतुरगढ़
बिलासपुर से लगभग 90 किमी दूर बिलासपुर अम्बिकापुर मार्ग पर पाली से रास्ता कटा हुआ है। पहाडों के ऊपर देश का सबसे दुर्गम किला स्थित है। किले से 2 किमी दूर शंकर गुफा एक बेहद ही शानदार जगह है। पहाड़ियों पर पक्की सड़क बनी हुयी है पर यात्रा संयमित गति से करें।
कोटा डैम
बिलासपुर से लगभग 30 किमी दूर कोटा में डैम है जो आकर्षण का केंद्र है।
मद्कु द्वीप
बिलासपुर से लगभग 40 किमी दूर शिवनाथ नदी के धारा के बीच प्राकृतिक सौंदर्य लिए हुये ये द्वीप एक ऐतिहासिक स्थल है। यहाँ उत्खनन से प्राप्त प्राचीन मदिरों के अवशेष व मूर्तियाँ हैं।
ताला गाँव
बिलासपुर से लगभग 30 किमी दूर रायपुर रोड पर ताला अमेरी कापा गांव के पास मनियारी नदी के तट पर स्थित है। यह प्राचीन/ऐतिहासिक नगर था। देवरानी-जेठानी मंदिर और रुद्र शिव प्रतिमा सबसे ज्यादा मशहूर है।
मल्हार
बिलासपुर से 25 किमी दूर मल्हार एक प्राचीन/ऐतिहासिक नगर था। माता डिडनेश्वरी देवी का मंदिर पातालेश्वर महादेव का मंदिर, भीम कीचक मंदिर प्राचीन मूर्तियाँ आकर्षण का केंद्र है।
कोटमी सोनार
बिलासपुर से लगभग 22 किमी दूर कोटमी सोनार में क्रोकोडाइल पार्क है, जहाँ आप मगरमच्छ देख सकते हैं। यहाँ लोकल ट्रेन से भी जा सकते हैं।
लुतरा शरीफ
बाबा सैय्यद इंसान अली शाह की दरगाह के रूप में प्रसिद्ध “लुतरा शरीफ” बिलासपुर से लगभग 15 किमी दूर सीपत रोड पर स्थित है। ऐसी मान्यता है कि बाबा के मजार में मत्था टेकने वालों की मन्नत अवश्य पूरी होती है।
बृजनंदन सिंह ।
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